tag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post3574380311291027160..comments2023-11-18T20:05:33.171+05:30Comments on अमृतरस: खून यकीन का ( स्वरचित - डॉ नूतन गैरोला )डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttp://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-36590876602459461422010-10-12T20:55:26.812+05:302010-10-12T20:55:26.812+05:30lovely lines !lovely lines !ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-55497397716023819822010-10-12T16:55:31.643+05:302010-10-12T16:55:31.643+05:30उनकी गुफ्तगू में साजिशों की महक आती रही. वाह!!!! ल...उनकी गुफ्तगू में साजिशों की महक आती रही. वाह!!!! लाजजवाबरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-73837253648484704632010-10-12T13:02:05.989+05:302010-10-12T13:02:05.989+05:30अपकी यह पोस्ट अच्छी लगी।
जानवरों में लड़ाई पर टिप...अपकी यह पोस्ट अच्छी लगी।<br />जानवरों में लड़ाई पर टिप्पणी के लिए आभार!हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-81254798763855407462010-10-11T21:26:47.871+05:302010-10-11T21:26:47.871+05:30कोई जा के कह दे मेरी मौत से कि वो टल जाए,
कि जीने ...कोई जा के कह दे मेरी मौत से कि वो टल जाए,<br />कि जीने के तरीके अब मुझे भी आने लगे हैं<br /><br />आत्मविश्वास से परिपूर्ण सुंदर पंक्तियां।<br /><br />हिंदयुग्म में मेरी ग़ज़ल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए आपके प्रति हार्दिक आभार।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-81003408201527402752010-10-11T20:32:13.787+05:302010-10-11T20:32:13.787+05:30बहुत खूब नूतन जीबहुत खूब नूतन जीBarthwalhttps://www.blogger.com/profile/10624244011547494333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-72498292370197383782010-10-11T20:18:57.519+05:302010-10-11T20:18:57.519+05:30वाह बहुत ही खूब उम्दा गज़ल .कितनी भी बेवफा क्यों...वाह बहुत ही खूब उम्दा गज़ल .कितनी भी बेवफा क्यों ना हो जिंदगी ..जिंदगी ..जिन्दा दिली का नाम है जो आपकी गजल में परिलक्षित हो रही है ..आपको कोटि कोटि शुभ कामनाएं ..<br />सादर नमन !!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16174745947449762169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-86116887787595608872010-10-11T18:06:14.912+05:302010-10-11T18:06:14.912+05:30बहुत बढ़िया!बहुत बढ़िया!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-2449824768314326032010-10-11T17:40:51.641+05:302010-10-11T17:40:51.641+05:30सुंदर रचना नूतन जीसुंदर रचना नूतन जीइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-5005498794824329982010-10-11T17:30:20.264+05:302010-10-11T17:30:20.264+05:30डॉ. नूतन गैरोला जी!
आपकी रचना कि पहली पंक्ति ने ही...डॉ. नूतन गैरोला जी!<br />आपकी रचना कि पहली पंक्ति ने ही <br />मन मोह लिया!<br />--<br />"उनकी गुफ्तगू में साजिशों की महक आती रही!"<br />--<br />वाकई में कमाल की अभिव्यक्ति है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-4302632872412852942010-10-11T13:53:37.192+05:302010-10-11T13:53:37.192+05:30!....अति सुंदर रचना!...एक जोश,एक सकारात्मक सोच, हा...!....अति सुंदर रचना!...एक जोश,एक सकारात्मक सोच, हार न मान ने मानसिकता!...बहुत कुछ संघर्षमय जीवन से संबधित है नूतनजी!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-18551382646724702462010-10-11T08:12:14.626+05:302010-10-11T08:12:14.626+05:30सीधे सीधे जीवन से जुड़ी रस रचना में नैराश्य कहीं न...सीधे सीधे जीवन से जुड़ी रस रचना में नैराश्य कहीं नहीं दीखता मुझे। एक अदम्य जिजीविषा का भाव लिए रचना में इस भाव की अभिव्यक्ति " जीने के तरीक़े अब मुझे भी आने लगे हैं!" में हुई है। <b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। <br />या देवी सर्वभूतेषु चेतनेत्यभिधीयते।<br />नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।<br />नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!</b><br /><a href="http://manojiofs.blogspot.com/2010/10/blog-post_11.html" rel="nofollow">दुर्नामी लहरें, को याद करते हैं वर्ल्ड डिजास्टर रिडक्शन डे पर , मनोज कुमार, “मनोज” पर! </a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-64071479329458126692010-10-10T21:51:36.140+05:302010-10-10T21:51:36.140+05:30बेहतरीन प्रस्तुति ... नूतन जीबेहतरीन प्रस्तुति ... नूतन जी डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-44446526122637099772010-10-10T19:52:59.961+05:302010-10-10T19:52:59.961+05:30सुन्दर रचना है नूतन जी.सुन्दर रचना है नूतन जी.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-45525899005297850102010-10-10T19:27:58.437+05:302010-10-10T19:27:58.437+05:30बेहतरीन अभिव्यक्ति।बेहतरीन अभिव्यक्ति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-58749603254574505852010-10-10T18:59:08.036+05:302010-10-10T18:59:08.036+05:30कि जीने के तरीके अब मुझे भी आने लगे है । सकारा...कि जीने के तरीके अब मुझे भी आने लगे है । सकारात्मक सोच से ज़िन्दगी आसान हो जाती है। आप का सदैव मेरे ब्लाग पर स्वागत है। खुद को बिन बुलाई महमान मत कहें। मै तो जो सही लगे वहाँ बिन बुलाये ही चली जाती हूँ। धन्यवाद। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-5872159015433773082010-10-10T18:52:37.409+05:302010-10-10T18:52:37.409+05:30धन्यवाद संगीता जी , वाहवाही ही नहीं सही जानकारी भी...धन्यवाद संगीता जी , वाहवाही ही नहीं सही जानकारी भी मिले - जो आपने दी ..स्वागत है उन टिप्पणियों का भी जो मार्गदर्शन करती हो |डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3084647994973937295.post-64487511735276299942010-10-10T18:32:53.217+05:302010-10-10T18:32:53.217+05:30बहुत सुन्दर ..सकारात्मकता लिए हुए ...अच्छी रचना ....बहुत सुन्दर ..सकारात्मकता लिए हुए ...अच्छी रचना ...<br /><br />आशा है आपने त्रुटि की ओर ध्यान दिलाने को अन्यथा नहीं लिया होगा :):)संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com