जाना था हीरा,
बेपरखा भरोसा
मिट्टी निकला|
तुम बिन है,
संग मेरे विराना,
अकेली नहीं|
अपने थे जो
तोड़ गए दिल को
अपने हैं वो|
खामोशी बोली
मुझसे बातें करो
चुप्पी ना भली|
बाद उसके
जाने के जाना था कि
थी वो बहार |
डॉ नूतन गैरोला
तस्वीरें -नेट से
आभार उनका जिनकी ये तस्वीरें हैं|
अखिरी पेंटिंग - चित्रकार ग्रेग चेडविक , केलिफोर्निया
|