जीती रही जन्म जन्म, पुनश्च- मरती रही, मर मर जीती रही पुनः, चलता रहा सृष्टिक्रम, अंतविहीन पुनरावृत्ति क्रमशः ~~~और यही मेरी कहानी Nutan
Friday, March 30, 2012
Monday, March 26, 2012
मुक्ति बंधन - नूतन
Saturday, March 17, 2012
My Clicks (1) कुछ रंग दुनियां के - डॉ नूतन गैरोला
कल का मेरा दिन नाजुक फूलों के साथ गुजरा ..
महका महका हरा भरा ,,
कहीं खिलती थी चटख चांदनी ...
कहीं भवरों का पहरा था …
और उस सुन्दर याद की तस्वीरें यहाँ ब्लॉग में साझा कर रही हूँ ...
कई रंगों के साथ सिर्फ एक फोटो जिसमे मैं हूँ वह मेरी खींची नहीं :)) .. have a good day ... Nutan |
Wednesday, March 14, 2012
प्रेम जैसे ---
Tuesday, March 6, 2012
होली की शुभकामनाएं - डॉ नूतन गैरोला
होली के हूलियारे आये हैं द्वारे लिए हुवे संग होली के रंग ||
नटखट कान्हा रंगा हुवा है तितली जैसे रंग संग होली के रंग |
मन बन पतंग उड़ रहा राधा का कान्हा ही के संग |
चांदी की सुराही चांदी का गिलास सखिया बुझा रही ग्वालों की ठंडाई से प्यास |
राधा पर चढा श्याम सा नटखट चंचल रंग पकौड़ी बनाती वो तीखी मिला देती है भंग |
गोपियों की पायल बाजे छमछम छमछम छम चढ़ा चढ़ा जब कान्हा पे भंग का मादक रंग बजने लगे तेज तेज मधुर बांसुरी की धुन और ढोल मंजीरे चंग मृदंग ||
शरारतें छिड़ी दोनों तरफ भारी बरसे केशर गुलाल अबीर पिचकारी |
भीगी अंगिया भीगी चुनरिया भीगी गोपियाँ सारी| ग्वाल बाल चतुर देख गोपियाँ डर भागी जान अकेली राधा थरथर थरथर कांपी | देख राधा को डर मोहन मंद मुस्काए डाल अबीर गुलाल राधा को अंक लगाए ||
कोयलिया कूंक लगाये गोपी-ग्वाल फाग गीत गाये| बरसों की प्यासी आलिंगन में| राधा भीग रही थी कृष्ण की प्रीती, तृप्ति, अनुराग से |
डॉ नूतन गैरोला (६ मार्च २०१२ ) |
होली और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अग्रिम शुभकामनाएं पिछले साल अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मेरी पोस्ट का लिंक अमृतरस - अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर चलती हूँ ..होली की तैयारी जो करनी है . सभी को होली की शुभकामनाएं और होली के रंग Happy Holi !!! |