Friday, October 15, 2010

Instant Picture Comments - Dr Nutan

चाय के संग - एक तरोताजा दिन - शुभप्रभात  



मृदु मंद सुगन्धित शीतल बयार हो,
आशाओं से सिंचित जीवन के तार हो,
कर्म में सृजनता व दिल में लगाव हो,
प्रफुल्लित मन हो खुशियों का संचार हो .
.


शुभप्रभात और शुभदिवस की कामनाओं के साथ , आपका दिन अनुकूल हो ..
और हो एक तरोताजा दिन ..


मेरे पेज पर चाय के साथ स्वागत है आपका :)) 



सहायतार्थ


जिंदगी इतनी आसान नहीं कि, कागजो में लिखी जाये |
जो चाहा मन में देखा सपना, उसको भी जी लिया जाये||
कितने ही हाथ मांगते सहारा, हम बन उनका सहारा
कुछ अपनों के लिए, कुछ गैरों के लिए भी जिया जाये ||
......................................
द्वारा - डॉ नूतन गैरोला

मौन


मुझे चुप रहने दो ..
खुद से बाते करने दो ..
ना पूछना कि यहाँ लिखा क्यों ..
ख़ामोशी का इजहार तो करने दो ...



.........................................................................................

डॉ नूतन गैरोला 



 पाबन्दी

.

दिल पे लगे जख्म बयां किये नहीं जाते,
और मुंह भी सी दिया गया हो जब ,
बस एक आँख ही तो रह जाती है.. 
नस्तर सी दिल की चुभन लिए....


 ..

द्वारा नूतन







पत्थरों का जमाना




दीवारों  पे यूं  न  सजाओ  तस्वीर मेरी कि  पत्थरों  से  जमाना  है ...
जिनकी  दोस्ती  पे  फक्र  है  हमें  ....
उनका  भी  कहाँ   ठिकाना  है ...



द्वारा नूतन








कैसा रहेगा - मातृत्व की तम्मना



तुम आकाश से उतरो
मेरे घर मेरे आँगन में आओ .. कैसा रहेगा

तुम मेरी पलकों से उतरो
मेरे सपनो से मेरे संसार में आओ .. कैसा रहेगा






द्वारा डॉ नूतन



मुस्कान के पीछे 


मेरी इस मुस्कराहट पे न जाना,
इक गम का तूफ़ान छुपा हुवा है,
आन्सुवों  का सैलाब रुका हुवा है ,
अरमान सारे राख में खाकसार हुवें हैं ,
जलने को अब बचा भी क्या है,
बस वो दर्द दिल में रचा बसा हुवा है ...


.
फोटो - माँ की तेहरवीं पर

 .
माँ तू कहाँ -- ---तेहरवीं पे- नूतन




एक मीठी नींद की आवाज

डॉ नूतन गैरोला


जब चाँद गगन पर आने लगे ,
और रात का अँधेरा शर्माने लगे |
तुम एक नीलिमा सी बन फूलों की,
मेरे सपनो में आ गुनगुनाने लगे
||
by nutan
....----................................................................
.......                                    .



एक मीठी नींद की लिए आगाज ..
have a sound n soothing sleep.. Good Night...Dr Nutan Gairola...
feb 13 - 2010
फोटो  सौजन्य  -गूगल ईमेज



शुभकामनाएं



अंधेरो में भी झिलमिलाती रौशनी का कारवाँ मिले,
सूरज में  प्रकाश   संग  शीतलता का अहसास मिले..
तुझे दुनियां  जहाँ की हर खुशियों का साथ मिले..
तुझे तेरे अपनों का सच्चा प्यार मिले ..



शुभप्रभात .. शुभदिवस ..



द्वारा डॉ नूतन डिमरी गैरोला

18 comments:

  1. 6.5/10


    सुन्दर भावमयी प्रस्तुति
    प्रशंसनीय

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  2. चाय आपके साथ पी ली .:)..

    आपके यह विभिन्न रंग बहुत पसंद आये

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  3. बहुत ही सुन्‍दर शब्‍दों के साथ्‍ा बेहतरीन प्रस्‍तुति ।

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  4. Sangeeta ji.. mujhey bhi ye saubhagy mila ki aik cup chaay apke saath huvi.. Dhanyvaad..

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  5. स्वादिस्ट चाय के साथ विभिन्न भावनाओं का नाश्ता कराने के लिए धन्यवाद...बहुत सुन्दर

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  6. Kailaah ji shukriya ..khushi huvi ki aapko ye post pasand aayi..shubhkaamna...

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  7. आपकी चाय और विभिन्न रंग, सब में ड़ूब गयी हूँ

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  8. बहुत ही विविध भाव अभिव्यक्त हुये, सुंदर रचना, दुर्गा नवमी एवम दशहरा पर्व की हार्दिक बधाई एवम शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  9. दुर्गा नवमी एवम दशहरा पर्व की हार्दिक बधाई एवम शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  10. tau ji raam raam .. aapko bhi dashehra parv aur navmi pe shubhkamnayen...

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  11. जय हो! सभी प्रस्तुतिया भावपूर्ण..

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  12. जय हो! सभी प्रस्तुतिया भावपूर्ण!!! सभी मित्रो को हमारी ओर से विजय दश्मी की बधाई

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  13. प्रति जी धन्यवाद .. आप सभी मित्रों को विजयदशमी पर बधाई और शुभकामना..

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  14. तुम आकाश से उतरो
    मेरे घर मेरे आँगन में आओ .. कैसा रहेगा

    तुम मेरी पलकों से उतरो
    मेरे सपनो से मेरे संसार में आओ .. कैसा रहेगा...सुन्दर अभिव्यक्ति आप की नूतन जी !!!!!!!!!!Nirmal Paneri

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  15. नूतनजी,
    बहुत ही अच्छी तरह ब्लॉग को सजाया है और अपनी छोटी छोटी कविताओं के द्वार रंगोली बनाई है... उस पर अद्भुत चित्रों के द्वारा हमें आकर्षित कर दिया... मगर ये सिर्फ आकर्षण नहीं, दिल की बात है.... !

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