Tuesday, September 14, 2010

आशा की किरणें -- Dr Nutan Gairola "amrita"

रात के  गहन  अन्धकार में  
आसमान  के  असीम विस्तार में |..

नहीं दिखता है अभी  तुम्हें 
धुंधला  रहस्य बिन्दु   निशा पटल पे |..

जहाँ से चीर के आएगी जिंदगी
स्वर्णिम आभा के संग किरणों की फुहार में |..

यकीन करना होगा बस तुम्हें ,
सूरज के प्रकाश में ,कुछ और बस .. 
 ....कुछ और पल के इन्तजार में !!

द्वारा -डॉ नूतन गैरोला -- १४=०९=२०१०   ००:३५

28 comments:

  1. बड़ी प्रभावी और सुंदर रचना.....
    आशावादी सोच को समेटे है..... अच्छी प्रस्तुति

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  2. बेहद प्रभावशाली।

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  3. मोनिका जी सही कहा आशा और भरोसा ही वो सीडिया है जिन के होते हुवे हम बिना डगमगाए आगे बढ सकते है..

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  4. जी हां .. कौसल जी.. आशा और भरोसा ही हमें अपने मार्ग पर आड़े बढने में सहायक है

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  5. अमृता जी, कृपया मेरे मेल आईडी zakirlko@gmail.com पर संपर्क करने का कष्ट करें, जिससे आपको चित्र पहेली-92 का विजेता प्रमाण पत्र भेजा जा सके।

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  6. सुंदर रचना के लिए साधुवाद

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  7. सुंदर रचना के लिए साधुवाद

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  8. Zakir ji dhanyvaad... Nutan ji badhai .. :))

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  9. अच्छी प्रस्तुति,
    यहाँ भी पधारें:-
    अकेला कलम...

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  10. is post me kareeb 10 comments pehle ke kaha chaley gaye maloom nahi...... blog me shayad spam report ko dekhte samay koi galti huvi ho.sabhi comments delet miley...
    sorry un sab blog sathiyo ko jinhone apne bahumulaya tippaniya kee thein........

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  11. सुन्दर कवितायें बार-बार पढने पर मजबूर कर देती हैं.
    आपकी कवितायें उन्ही सुन्दर कविताओं में हैं.

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  12. Nutan Ji
    Very good poem , hope is the "AMRIT" of life !!

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  13. डॉ. नूतन,
    बहुत ही सुंदर ब्लॉग है... ढ़ेर सारी बधाईयाँ |

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  14. बहुत खूब नूतन जी...सुबह की लालिमा बस अब रोशन करने को है..
    www.merachintan.blogspot.com

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  15. Pranav ji Thanks - Its a perfect saying that Hope is the " Amrit " of life - Regard

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  16. प्रतिबिम्ब जी !! धन्यवाद - शुभदिवस

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  17. बहुत सशक्त और प्रेरक रचना..

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  18. This comment has been removed by a blog administrator.

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