by nutan on Sunday, May 16, 2010 at 11:17am
....... * सुस्वागतम *.......
पदार्पण मेरा प्रथम ,
शुभ हो मंगल उमंग |
ज्यू वारी बरसी मेघ बन
खिल उठे फूल रंग बिरंग ||
ॐ से हो साक्षात्कार ,
सत्य से जुड़ा रहे नाता अपार
लिखने की चेष्टा करती हूँ ,
साथ रहे सरस्वती का वास हो ||
न चाहत है मन में
किसी यश की,
न ही चाहत किसी के संग की
बस तू देता रहे छाया प्रभू ,
अपने कल्याणकारी छत्र की ||
मंगल हो सुमंगल हो ,
सृष्टि का सृजन हो |
ले हाथ में छेनी तू
हर विनाश का विकल्प हो
माया ठगनी के कुरूप भंवर का
सुन्दर शिल्प में विलय हो
मोक्ष का उदय हो ||
प्रभु खुशियों से भरा
प्रभु खुशियों से भरा
आसमां भूमि और जल हो
प्राणी और सांसारिक
हर में जीवन हो जीवंत हो
पदार्पण मेरा प्रथम,
शुभ हो, मंगल हो, उमंग हो ||
डॉ नूतन गैरोला -- 04 =09=2010.
डॉ नूतन गैरोला -- 04 =09=2010.
ॐ
ReplyDeleteआदरणीया डॉ. नूतन अमृता जी
सस्नेहाभिवादन !
सुस्वागतम् !
ॐ से हो साक्षात्कार !
सत्य से जुड़ा रहे नाता !
साथ रहे सरस्वती का !
मोक्ष का उदय हो !
प्रभो , खुशियों से भरा आसमां भूमि और जल हो !
प्राणी और सांसारिक हर में जीवन हो ! जीवंत हो !!
सुंदरतम भाव लिये हुए अति सुंदर कविता के लिए आभार और बधाई स्वीकार करें ।
आपके लिखे को निरंतर पढ़ने की इच्छा रहेगी ।
शस्वरं पर पधारने हेतु आभार !
मेरा परम सौभाग्य है कि आपने ब्लॉगिंग के अपने प्रथम दिन ही मुझे अपने स्नेह - सहयोग से धन्य किया ।
कृपया , स्नेह - सहयोग - संपर्क सदैव स्थापित रहे …
- राजेन्द्र स्वर्णकार
राजेंद्र जी !!! आपका शुक्रिया ! आपके ब्लॉग शस्वरं द्वारा हमें भी अच्छी अच्छी रचनाये पढने को मिलेंगी.. और ब्लॉग पर कार्य नहीं आता है अतः आपके द्वारा मार्ग दर्शन की भी अपेक्षा रखती हूँ... आपका पुनः धन्यवाद .. आपने मेरे ब्लॉग पर अपनी दस्तक दे कर मेरा हौन्श्ला बढाया है | आगे भी उम्मीद है भविष्य में अपने लेखन और टिप्पणियो से मेरे लेख में सुधार आये तो में गौरान्वित महसूस करुँगी
ReplyDeleteswaagatam
ReplyDeleteDhanyvaad ..Sharma ji... Aapka bhi yaha swagat hai..
ReplyDeleteWelcome! Nutan ji..:)) An eye catching blog! Poems too are good! congratulations !
ReplyDeleteThank you Aparna ji.. It's my pleasur to find you here.. Regard..
ReplyDeleteभावों से सराबोर बहुत सुन्दर कविता| ब्लॉगिंग की दुनिया में आपका स्वागत है|
ReplyDeleteब्रह्मांड
Rana Pratap ji.. hreeday se aabhaar..
ReplyDeleteडॉ. नूतन,
ReplyDeleteये पावनकारी "अमृतरस" पाने से हम तो धन्य हो गए.... बहुत ही बधाई | स्वरचित कविता में एकाक्षरी मंत्र "ॐ" के ही आशीर्वाद मिले फिर क्या चाहिए? फिर एक बार ये "अमृतरस" हमेशा सब को पिलाती रहो... और नें जीवन का मार्ग प्रशस्त हो....
नास्तिक को भी प्रार्थना अच्छी लगी। भाव सुन्दर हैं।
ReplyDeleteआप इस ब्लॉग को सम्भवत: रुचिकर पाएँ - http://naagaree.blogspot.com
बहुत अच्चा लिखा है आप ने धन्यवाद|
ReplyDeleteadbhut
ReplyDeleteabhinav
anupam !
हिन्दी ब्लाँग जगत में आपका स्वागत है। बहुत ही सुन्दर ।
ReplyDeleteकृपया अन्य ब्लाँगों को भी पढे और अपनी बहुमूल्य टिप्पणी देने का कष्ट करें।
http://www.brainburden.blogspot.com/
"मंगल हो सुमंगल हो,
ReplyDeleteसृष्टि का सृजन हो |
ले हाथ में छेनी तू
हर विनाश का विकल्प हो
माया ठगनी के कुरूप भंवर का
सुन्दर शिल्प में विलय हो
मोक्ष का उदय हो"
सुविचार - शुभकामनाएं
सुंदर रचना
ReplyDeleteपंकज जी आपके मार्ग दर्शन और सहयोग के अपेक्षा करती हूँ | आपका आभार ..
ReplyDeleteगिरिजेश जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका...जी जरूर आपके ब्लॉग पर जा कर आपके लेखन का अनद जरूर लुंगी.. धन्यवाद..आप भी हमें इसी तरह से प्रोत्साहित करते रहे..
ReplyDeleteपाटिल जी मैंने आपकी कहानी भेड़ की खाल में ..पढ़ी अच्छी लगी.. आपका स्वागत है मेरे पृष्ठ में भी .. अपना साथ दें आप भी ..
ReplyDeleteभावपूर्ण अभिव्यक्ति..स्वागत है.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया !
ReplyDeleteसुन्दर रचना । बधाई ।
ReplyDeleteहिन्दी ब्लाँग जगत में आपका स्वागत है। बहुत ही सुन्दर ।
ReplyDeleteनूतन जी,
ReplyDeleteआपका आगाज़ बहुत अच्छा है ......एक भावपूर्ण अभिव्यक्ति से शुरुआत बहुत अच्छी लगी | आशा है आप ऐसे ही भविष्य में अच्छी रचनाये प्रस्तुत करेंगी.......शुभकामनाये
कभी फुर्सत मिले तो हमारे ब्लॉग पर आयिए-
http://jazbaattheemotions.blogspot.com/
http://mirzagalibatribute.blogspot.com/
http://khaleelzibran.blogspot.com/
http://qalamkasipahi.blogspot.com/
क्या आप हिंदी ब्लॉग संकलक हमारीवाणी के सदस्य हैं?
ReplyDeleteहमारीवाणी पर ब्लॉग पंजीकृत करने की विधि
हे नव नूतन.....शुभ आगमन....स्वागतम.... हृदयंगम....पुलकित नेह भरा अभिनन्दन....!!!
ReplyDeleteआनंद पाण्डेय जी !!! आपका आभार.. आप यह भी बताएं की अंतर जाल ब्लॉग , ई गुरु, टेक ब्लॉग, किस वेब लिंक में मिलेंगे..मैंने आपका ब्लॉग पढ़ा बहुत सुन्दर है..बधाई.. अभी पहला दिन है अतः.. धीरे धीरे सब समझ आने लगेगा ..
ReplyDeleteअलबेला खत्री जी आपने मेरे इस पृष्ठ पर आ कर इसकी शोभा बधाई है ... आपका आभार .. और आप समय समय पर मेरे ब्लॉग पर आ कर अपने विचार देंगे . मनोत्साह बढ़ाएंगे और कमजोरियों को भी बताएँगे.. धन्यवाद
ReplyDeleteअंकुर जी आपका तहे दिल शुक्रिया.. जी जरूर .. aapke पन्नो पर ज़रूर जाउंगी ..शुभदिवस
ReplyDeletePadarpan aapka ,swagatam
ReplyDeleteनूतन जी आपका स्वागत है। आशा है आपके भावो और शब्दो के इस अमृ्त रस से हमे समय समय पर रस मिलता रहेगा।
ReplyDeleteआपकी पहली कृ्ति के काफी पाठको ने आपकी सराहना की है(वैसे आप अच्छा लिखती है जितना भी पढने को मिला फेसबुक पर) और ये ही वे शब्द है जो आपको प्रोत्साहित करेगे और बेहतर रचनाओ के लिये।
शुभकामनाये!
प्रतिबिम्ब
www.merachintan.blogspot.com
khoosoorat rachana ke liye badhai aur blog jagat me aapka swagat
ReplyDeleteek achchi prarthna ke saath kiya hua koi kam nisfal nahin jaata
राकेश कौशिक!! जी धन्यवाद .. शुभकामनाये..
ReplyDeleteपूजा जी धन्यवाद !! आपका आभार .
ReplyDeleteउड़न तस्तरी जी धन्यवाद !! आपका आभार .आपका भी मेरे पेज पर स्वागत है |
ReplyDeleteसुरेंदर जी !!! आपका शुक्रिया..आपने बहुत अच्छे लिंक प्रदान किये .. आपके ब्लॉग से हमें भी सीखने पढने को मिलेगा.. अग्रीगेटर लगा दिया है.. अभी में सुरु आत कर रही हूँ ..समय के साथ साथ में आपके ब्लॉग को फोलो करती रहूंगी ..
ReplyDeleteआशुतोष जी आपका शुक्रिया...खबरों की दुनिया ब्लॉग को मैंने देखा.. ज्ञान वर्धक.. यहाँ आ कर हमारा उत्साह बढाए |
ReplyDeleteवंदना जी ..धन्यवाद..आप ही मेरे ब्लॉग के स्तम्भ हो जिन्होंने आ कर अपनी अमूल्य टिपण्णी दी और मेरा अनुसरण कर के मुझ को एक ताकत दी ... आपका आभार
ReplyDeleteइमरान अंसारी जी.. आपका शुक्रिया .. मेरे इस आगाज में आपका साथ देना मेरे लिए बहुत मायने रखता है....इस हौन्श्ला अफ़जाई का तहे दिल शुक्रिया.. आपकी रचनाये उम्दा है.. मै ब्लॉग में गयी थी और टिप्पणिया भी की है..
ReplyDeleteहमारी वाणी .. जी हां मैंने आपके साईट को फोलो किया है..और सदस्य बनी हूँ.क्या आपकी साईट ब्लॉग वाणी से जुडी है ?..आपका शुक्रिया
ReplyDeleteभूत नाथ जी..शुक्रिया ..आपका ..आपका भी स्वागत है..
ReplyDeleteहिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है ...आपके द्वारा रची प्रार्थना मन की गहराई तक गयी ..
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आने के लिए आभार ..मेरा यह ब्लॉग भी देखें ..
http://geet7553.blogspot.com/
एक सलाह ---
कृपया कमेंट्स की सेटिंग से वर्ड वेरी फिकेशन हटा दें ..इससे टिप्पणी करने वालों को आसानी होगी ...यदि इसे हटाने में कोई परेशानी हो
तो मुझे मेल करें ..
sangeetaswarup@gmail.com
संगीता जी आपका..आभार.. आप की टिपण्णी और विचारो से ही मैं अपने ब्लॉग को सही तरीके से प्रस्तुत कर पाऊँगी... आपने और पहले भी एक मित्र ने यहाँ यही सुझाव दिया .. मै प्रयास करती हूँ , ये वर्ड वेरिफिकेसन हटाने का .. abhi mere liye andhere mei teer chodne jaisa hai ..
ReplyDeleteजयंती जैन जी..उठो जागो से .. आपका धन्यवाद ..और स्वागत
ReplyDeleteप्रतिबिम्ब जी..आपकी शुभकामनाये और साथ हमेशा रहे.. और मार्गदर्शन.. आपका शुक्रिया
ReplyDeleteतेज पाल जी..आपका शुक्रिया.. आपने सही कहा है ..प्रभू जरूर पुकार सुनता है.. और मेरा कामना है की हमारा समाज सुरक्षित और खुशहाल हो..
ReplyDeleteब्लॉग जगत में आपका हार्दिक अभिनन्दन है. लाजवाब प्रस्तुति, स्वागत का अच्छा अंदाज़ है
ReplyDeleteनूतन, सुन्दर पंक्तियाँ बन पडी हैं। यह रचना गहराई लिये है।
ReplyDeleteRachnaa ji aapka abhaar.. tahe dil shukriya..
ReplyDeleteArvind ji..Dhanyvaad..Swagat
ReplyDeleteहिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
ReplyDeleteकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
ajay ji dhanyvaad... aur aapka bhi swagat... mujhey bhi blog me sundar sundar rachnaao ko padhne kaa mauka mil raha hai.. abhaar
ReplyDeletebahut achhe
ReplyDeleteपदार्पण मेरा प्रथम,
ReplyDeleteशुभ हो, मंगल हो, उमंग हो ||
--
बहुत सुन्दर भावों के साथ लाजवाब प्रस्तुति!
कृष्ण भास्कर जी धन्यवाद
ReplyDeleteसंगीता जी धन्यवाद ..
ReplyDeleteRoopchandra ji ..aapka shukriya ...
ReplyDeleteBeautiful post on Children's day. Enjoyed read your childhood experiences. Thanks
ReplyDeletereading ** {correction ]
ReplyDeletesundar rachna!
ReplyDeleteअतुलनीय समर्पण जगदीश्वर के प्रति:-
ReplyDeleteन चाहत है मन में
किसी यश की,
न ही चाहत किसी के संग की
बस तू देता रहे छाया प्रभू ,
अपने कल्याणकारी छत्र की ||
बधाई नूतन जी|